झुट, अज्ञानता और धोखाधड़ी का एक अनोखा संगम- केजरिवाल
यह आम धारणा के साथ साथ सास्वत सत्य है कि झुठ बोलना गलत कार्य तो है हि और साथ हि साथ अपराध भि है, लेकिन यह और हि खतरनाक और विश्वन्सक रुप धारन कर लेता है जब यह झुठ अज्ञानता के साथ बोला गया हो लेकिन इस् बात को नकारा नहि जा सकता कि य झुठ सबसे ज्यादा खतरनाक तब हो जाता है जब झुठ ,अज्ञानता के अधार पर हो और मंशा धोखाधड़ी करने का हो... और इस तिनो बातो का सम्म्न्वय सिर्फ निजि स्वार्थ और महत्वकाक्षां की पुर्ति के लिये हो वह भि लाखो करोड़ो लोगो के विस्वास और मजबुरी के उपर हो जेसा कि दिल्लि मे आप सरकार और केजरिवाल के द्वरा किया गया .................................................................रुपेश राय
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